5 Simple Statements About पारद शिवलिंग की प्राण प्रतिष्ठा Explained
5 Simple Statements About पारद शिवलिंग की प्राण प्रतिष्ठा Explained
Blog Article
अनुकूलता जांचने के लिए अपनी और अपने साथी की राशि चुनें
स्फटिक शिवलिंग को घर में स्थापित करने से भी अनेक लाभ प्राप्त होते हैं, जैसे:
पारद शिवलिंग भगवान शिव शंकर जी का एक चमत्कारी शिवलिंग होता है। हमारे शास्त्रों के अनुसार इसे घर पर या अपने कार्यालय मे रखने से धन मे वृद्धि होती है, समाज मे पद-प्रतिष्ठा बढ़ती है और साथ ही जीवन में अपार खुशिया आती है ।
पारद शिवलिंग को घर मे रखा जा सकता है ये आप किसी भी वजन और ऊंचाई का रख सकते है।
यह भी पढ़ें: भगवान शिव के हाथों में डमरू कैसे आया?
यह भी पढ़े-गणपति आराधना से चमकेगी भक्तों की किस्मत, होगा विशेष लाभ
और पढ़ें महादशा और अंतर्दशा – क्या वे आपको प्रभावित कर रही हैं?
१०० अश्वमेघ यज्ञ , चार धाम यात्रा , एक लाख गायीचे दान , केल्याने जे फळ मिळते ते एकट्या पारद शिवलिंगाच्या पूजनाने मिळेल.
आपको बता दें कि पारद शिवलिंग पर पारद और चांदी के मिश्रण से बनी होती है। ऐसा माना जाता है कि अगर सोमवार के दिन श्रद्धा और विश्वास के साथ पर पराद शिवलिंग की पूजा की जाए, तो भगवान शिव जातक को मनचाहा वरदान देते हैं और उसे भगवान शिव जी का आशीर्वाद प्राप्त होता है। इतना ही नहीं जातक के जीवन में आ रही सारी परेशानियां दूर हो जाती है और उसे अपने जीवन में खुशियों प्राप्त होती हैं।
यदि आपके घर में शिवलिंग है, तो इसके नियम जानकर उनका पालन जरूर करें, तभी आपकी पूजा फलित हो पाएगी.
शिव को बेलपत्र अत्यधिक प्रिय है। शिव जी को बेलपत्र अर्पित करते समय यह बात ध्यान रखनी चाहिए कि हर एक बेलपत्र में तीन पत्तियां हों और वह पत्तियां कहीं से कटी हुई न हो।
जवरप्रकोपशांत्यर्थम् जलधारा शिवप्रिया।।
This is certainly also referred to as the supplier Charge, or what a car or truck producer fees the supplier for that particular vehicle. Freight rates are usually included in this complete.
देशभर में जो ज्योर्तिलिंग है वे सभी स्वंभू है परंतु पत्थर के शिवलिंग के अलावा शिवलिंग कई प्रकार और पदार्थ या धातु से बनाए जाते हैं। शिवपुराण अनुसार भगवान विष्णु ने पूरे जगत के सुख और कामनाओं की पूर्ति के लिए भगवान विश्वकर्मा को अलग-अलग तरह के शिवलिंग बनाकर देवताओं को देने की आज्ञा दी थी। विश्वकर्मा जी ने अलग-अलग पदार्थों, धातु check here व रत्नों से शिवलिंग बनाए थे। सभी शिवलिंग को पूजने या उचित स्थान पर रखने का महत्व और उद्देश्य अलग अलग है। पारद शिवलिंग देश में कई स्थानों पर विराजित हैं। इसे पारदेश्वर महादेव कहते हैं। आओ जानते हैं पारद शिवलिंग के बारे में संक्षिप्त जानकारी।